CG आंदोलन : पूर्व सेवा गणना करते हुए समस्त लाभ हेतु छग शिक्षक संघर्ष मोर्चा का आंदोलन 18 जुलाई से होगा आगाज… शिक्षक नेताओं ने कही कई बात… क्या 31 जुलाई से प्रदेश के सभी स्कूलों में लटकेंगे ताले ? । चमन बहार

CG movement: Chhattisgarh Shikshak Sangharsh Morcha’s movement will start from July 18 for all the benefits while counting the former service… Teacher leaders said many things… Will locks be hanging in all the schools of the state from July 31?

दिनेश देवांगन.

बलौदाबाजार।

छत्तीसगढ़ प्रदेश में शिक्षकों की समस्या का आज तक समाधान नहीं हो पाया ।छत्तीसगढ़ में जब से शिक्षाकर्मी भर्ती प्रारंभ हुई तब से लेकर आज तक शिक्षकों की समस्याओं का पूर्ण समाधान नहीं हो पाया है चाहे वह बीजेपी की सरकार हो या वर्तमान भूपेश सरकार हो ।शिक्षकों की समस्या लगातार बनी हुई है और इन समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षकों के विभिन्न संगठन समय-समय पर एकजुट होते हुए मोर्चा के द्वारा आंदोलन करते हैं और आंदोलन से ही उन्हें छोटी-छोटी समस्याओं के साथ-साथ संविलियन जैसी बड़ी सौगात प्राप्त हुई है।

वर्तमान परिपेक्ष में भी संविलियन के बाद सहायक शिक्षक का वेतन विसंगति, शिक्षकों एवं व्याख्याताओं का क्रमोन्नति ,पुरानी पेंशन में 33 वर्ष का अनिवार्यता ऐसे बहुत सारी समस्याएं है जिनको लेकर पुनः पांच संगठनों ने छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन कर लिया है। इस मोर्चा में पांच प्रमुख शिक्षक संगठनों के प्रांत अध्यक्ष मिलकर 1 सूत्रीय मांग पूर्व सेवा गणना करते हुए सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर करते हुए क्रमोन्नति पदोन्नति एवं पुरानी पेंशन हेतु 20 वर्ष की सेवा करने हेतु छत्तीसगढ़ के सबसे संवेदनशील सरकार भूपेश सरकार को विभिन्न मंचों से ज्ञापन दिया है, किंतु वर्तमान सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल में उनकी इन मांगों को कभी भी पूरे करने के विचार नहीं किया।

इन 5 सालों के दौरान अलग-अलग संगठनों ने कई बार आंदोलन किया किंतु किसी भी आंदोलन से उन्हें सफलता नहीं मिली ,मिला तो केवल भूपेश सरकार का आश्वासन।छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा बनाने की आवश्यकता क्यों हुई क्योंकि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आने के पूर्व अपने घोषणापत्र में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को समाहित करते हुए उनकी मांगों को सरकार बनने पर पूरी करने हेतु वादा किया था किंतु जैसे ही छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई उसने शिक्षकों को छलना शुरू कर दिया और सभी आंदोलनों में केवल आश्वासन या कमेटी गठित कर फैसले लेने की बात कही ।

छत्तीसगढ़ के भूपेश सरकार के चंद महीने ही बाकी है आगामी नवंबर दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए सभी संगठनों के प्रमुख बैठक करके यह निर्णय लिए कि यदि हम अलग-अलग संघर्ष करते हैं तो सरकार हमारे आंदोलन को आसानी से कुचल देती है इसलिए सभी को एक साथ एकजुट होकर अंतिम लड़ाई लड़नी होगी ।इसीलिए छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया है जिसमें संजय शर्मा ,केदार जैन, वीरेंद्र दुबे विकास राजपूत और छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन के मनीष मिश्रा यह पांचो प्रांत अध्यक्षों के संचालन में आगामी 18 जुलाई को एकदिवसीय धरना एवं रैली प्रदर्शन राजधानी रायपुर में होने जा रहा है ।

यदि 18 जुलाई के प्रदर्शन से सरकार इनकी मांगों को पूरी नहीं करती है तो 31 जुलाई से यह पांचों संगठन के लगभग 180000 शिक्षक आंदोलन में अनिश्चितकालीन के लिए कूद जाएंगे क्योंकि चुनाव का समय है इसलिए शिक्षक संगठनों का भी मानना है कि सरकार दबाव में है और वह शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण कर सकती है।

छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बलौदा बाजार जिला के संचालक कोमल प्रसाद साहू एवं नंदलाल देवांगन का कहना है कि छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा तैयार हो गया है ।2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व 2017 में इसी प्रकार का एक मोर्चा का गठन किया गया था जिसमें 5 प्रांत अध्यक्षों ने मिलकर उस आंदोलन को संचालित किया था और उसी आंदोलन के संघर्ष के फलस्वरुप हमें संविलियन का उपहार मिला था। इस बार के शिक्षक संघर्ष मोर्चा की मांग है पूर्व सेवा गणना करते हुए समस्त लाभ दिए जाएं ।जिला संचालक नंद लाल देवांगन का कहना है कि इस बार भी हमें सफलता मिलेगी और सभी साथियों से उन्होंने निवेदन किया है कि यह अंतिम लड़ाई है आप सभी स्कूलों में आवेदन छोड़कर इस आंदोलन में शामिल हो ।18 जुलाई को सांकेतिक हड़ताल के लिए सभी शिक्षकों को चाहे वह सहायक शिक्षक हो, चाहे शिक्षक हो ,चाहे व्याख्याता हो, सभी को रायपुर राजधानी प्रस्थान करना है ।यदि छत्तीसगढ़ सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो आगामी 31 जुलाई से समस्त स्कूलों में ताले लटकने वाले हैं।बलौदाबाजार जिले के लगभग 8000 से ज्यादा सहायक शिक्षक, शिक्षक एवं व्याख्याता आगामी अट्ठारह जुलाई को आंदोलन में रहेंगे एवं सभी शिक्षक रायपुर की ओर प्रस्थान करेंगे ।

जिला संचालक कोमल प्रसाद साहू जो कि सहायक शिक्षक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष हैं उन्होंने भी अपने संगठन के समस्त सहायक शिक्षकों से आह्वान किया है कि सभी शिक्षक इस आंदोलन में भरपूर सहयोग करें ताकि हमारी सारी विसंगतियां दूर हो जाएं।यह परिणाम मूलक अंतिम लड़ाई है।

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