कोई बैंड बाजा नहीं, कोई पंडित नहीं , न सात फेरे ना ही दहेज ….. फिर भी हुई धुम धाम शादी….
रायगढ़। रायगढ़ में विवाह (रमैणी ) भगत ओंकारदास पुत्र बोधलाल दास, खरसिया, जिला- रायगढ़ (छत्तीसग़ढ) साथ सादगीपूर्ण तरीके सम्पन हुई।इस विवाह में कोई बैंड बाजा नहीं, कोई पंडित नहीं , न फेरे हुई ।
एक ओर जहां शादी के नाम पर लोग लाखों रुपए खर्च कर देते हैं। दहेज के कारण कई बेटियों की जान तक चली जाती है।वहीं दूसरी तरफ संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी दहेज मुक्त सादगीपूर्ण विवाह करके स्वच्छ और उच्च समाज का निर्माण कर रहे हैं।संत रामपाल जी महाराज ने पूरे मानव समाज में फैली कुरीतियों को जड़ सहित समाप्त करने का बीड़ा उठाया है, जिसमें उनके अनुयायी बढ़ चढ़ कर सहयोग दे रहे है।